
अर्जेंटीना निवासी 74 वर्षीय लुइस कैफरेली जोकि जाने-माने गणितज्ञ हैं, उन्हें हाल ही में गणित के क्षेत्र में योगदान करने के लिए एबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
एबेल पुरस्कार गणित के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कार है, जिसे नोबेल पुरस्कार के समकक्ष माना जाता है। ऐसे में हमारे आज के इस लेख में हम एबेल पुरस्कार का इतिहास और इससे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानेंगे।
लुइस कैफरेली का सामान्य परिचय
जाने-माने अर्जेंटीना-अमेरिकी गणितज्ञ लुइस कैफरेली का जन्म सन् 1948 में अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में हुआ था। जिन्होंने अर्जेंटीना में ही पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद सन 1973 में अमेरिका का रुख किया।
इस दौरान उन्होंने न्यू जर्सी और प्रिंसटन जैसे लोकप्रिय शिक्षा संस्थानों में बतौर प्रोफेसर पढ़ाया। वर्तमान समय में लुइस ऑस्टिन स्थित टेक्सास यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है। इनकी पत्नी इरेन गैम्बा भी टेक्सास यूनिवर्सिटी में गणित पढ़ाती हैं।
लुइस कैफरेली पिछले पांच दशक से पार्शियल डिफरेंशियल इक्वेशंस पर रिसर्च कर रहे हैं। इनके गणित के क्षेत्र में इसी योगदान के चलते गणित का नोबेल पुरस्कार कहा जाने वाला एबेल सम्मान प्रदान किया गया है।
लुइस कैफरेली का गणित के क्षेत्र में योगदान
- आंशिक अंतर समीकरणों का समाधान।
- मुक्त सीमा समस्याएं।
- गैर-रैखिक अंडाकार।
- परवलयिक समीकरणों का समाधान।
- द्रव्य यांत्रिकी और सामग्री विज्ञान में समस्याओं का समाधान।
इसके अलावा लुइस ने भौतिक घटनाओं को लेकर भी कई प्रकार के शोध कार्यों को अंजाम दिया है, जिनमें बर्फ का पिघलना और तरल पदार्थों का प्रभावित होना शामिल है।
उपरोक्त शोध कार्य और गणित के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान देने के चलते लुइस को गणित का नोबेल पुरस्कार दिया गया है, इस प्रकार दक्षिण अमेरिका में जन्मे लुइस कैफरेली एबेल पुरस्कार पाने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वर्ष 2001 में नार्वे की सरकार द्वारा यह पुरस्कार देना आरंभ किया गया था।
एबेल पुरस्कार सर्वप्रथम साल 2003 में जिन पियरे सेर्रे को दिया गया था, जिन्होंने गणित के कई महत्वपूर्ण हिस्सों का आधुनिक तरीके से सरलीकरण किया था।
दुनिया भर में प्रसिद्ध नॉर्वेजियन गणितज्ञ नील्स हेरनिक को सम्मान देने के लिए एबेल पुरस्कार की शुरुआत की गई थी।
एबेल पुरस्कार गणित के क्षेत्र से जुड़े लोगों को दिया जाता है। जिसे गणित का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है, क्योंकि गणित के क्षेत्र में एबेल पुरस्कार को सबसे अधिक सम्मानित और उच्च पुरस्कार का दर्जा दिया गया है।
प्रत्येक वर्ष 1 या एक से अधिक गणितज्ञ को एबेल पुरस्कार के लिए चुना जाता है। जिन्होंने गणित के क्षेत्र में अपना अहम योगदान दिया है।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय गणितीय संघ और यूरोपीय गणितीय सोसाइटी की तर्ज पर गणित के विशेषज्ञों की एक टीम बनाई जाती है, जिनका नॉर्वेजियन एकेडमी ऑफ साइंस एंड लेटेस्ट द्वारा चुनाव किया जाता है। हर साल एबेल पुरस्कार नार्वे के राजा द्वारा दिया जाता है।