भारत के लंबी तटरेखा के क्या प्रभाव हैं? – UPSC MCQ In Hindi

भारत के लंबी तटरेखा

भारत की लम्बी तट रेखा दुनिया की सबसे लंबी तट रेखाओं में से एक है जिसकी लंबाई लगभग 7,500 किलोमीटर है। यह तट रेखा भारत के पूर्वी और पश्चिमी तटों को जोड़ती है जिससे देश के व्यापक तटीय क्षेत्रों का विकास हुआ है।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानेंगे कि भारत की लम्बी तट रेखा के क्या-क्या प्रभाव हैं और इसका देश के विभिन्न क्षेत्रों में कैसे असर पड़ता है।

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Indian Geography

Indian Geography Quiz | भारत की भौगोलिक स्थिति एवं विस्तार

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1. दीव स्थित है?

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2. भारत किस गोलार्द्ध में स्थित है?

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3. भारत की मुख्य भूमि की दक्षिणी सीमा है?

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4. अरावली श्रेणियाँ किस राज्य में स्थित है?

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5. कौनसा भारत का राज्य कर्क रेखा के उत्तर में स्थित है?

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6. भारत में कितने राज्य व केन्द्र शासित प्रदेश है?

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7. दक्षिण भारत के भगवान रंगनाथा (जिन्हें भगवान वेंकटेश भी कहते हैं ) का मंदिर स्थित है?

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8. निम्नलिखित में से कौन-सा भारतीय राज्य कर्क रेखा के उत्तर में स्थित है?

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9. भारत के पश्चिमी तटीय मैदान के उत्तरी भारत को जिस अन्य नाम से जाना जाता है?

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10. भारत का सर्वाधिक आबादी वाला द्वीप है?

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भारत की लम्बी तट रेखा के क्या प्रभाव है?

भारत की लम्बी तट रेखा के कई प्रभाव हैं। यह भारत को विभिन्न समुद्रों से जोड़ती है जो देश के व्यापक व्यापारिक व आर्थिक विकास में मदद करते हैं।

इसके अलावा, लम्बी तट रेखा के कारण भारत की जलवायु बहुत अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए, दक्षिण भारत में गर्म और नम जलवायु होता है जबकि उत्तर भारत में सुखा और ठंडा जलवायु होता है।

तट रेखा के कारण भारत का वन्य जीवन भी बहुत विस्तृत होता है जो पर्यटन और प्राकृतिक संसाधनों के विकास में मदद करता है।

This Post Has One Comment

  1. Pk

    Super test series

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