केंद्र सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल चौहान को नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किया है। जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद वे भारत के दूसरे सीडीएस होंगे। आज के अपने इस पोस्ट में हम आपको लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का जीवन परिचय | CDS Anil Chauhan Biography in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी के लिए जा रहे हैं।

अनिल चौहान 40 साल सेना में सेवा दे चुके हैं, वे पिछले साल ही सेवानिवृत्त हुए थे। अब उन्होंने 30 सितंबर से सीडीएस का पद संभाल लिया है। केंद्र सरकार के नोटिस के अनुसार लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान सीडीएस पद के साथ ही भारत के सचिव के रूप में भी नियुक्त किए गए हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का जन्म और शिक्षा
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान जी का जन्म 21 सितंबर 1958 को पौडी जिला, उत्तराखंड, में हुआ था। इनका संबंध हिंदू सेना परिवार से हैं। इनके पिता जी को चौहान साहब के नाम से पुकारा जाता था वे भी भारतीय सेना में सेवा कर चुके हैं। इनके पिता ने भी देश की सुरक्षा और विकास में अपना योगदान दिया हैं। अपने पिता के द्वारा की गई देश सेवा को देखकर अनिल चौहान को भी भारतीय सेना में जाने की प्रेरणा मिली।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता के केंद्रीय विद्यालय फोर्ट विलियम से पूरी की। इसके बाद ये NDA की परीक्षा पास कर नेशनल डिफेंस एकेडमी में शामिल हो गए जहां से स्नातक में डिग्री लेने के बाद अनिल चौहान जी ने मद्रास यूनिवर्सिटी से MPhil in Strategic Defence की डिग्री हासिल की इसके साथ ही वो नेशनल डिफेंस कॉलेज न्यू दिल्ली के सैन्य छात्र भी रह चुके है।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का मिलिट्री कैरियर
लेफ्टिनेंट अनिल चौहान ने अपने मिलिट्री कैरियर की शुरुआत 13 जून वर्ष 1981 को 11वीं गोरखा राइफल्स के छठी बटालियन के सेकंड लेफ्टिनेंट के पद पर कमिश्नरिंग से की थी। इनकी पहली पोस्टिंग कश्मीर घाटी में की गई, कश्मीर घाटी में शुरू हुआ सेकंड अनिल चौहान का सैन्य करियर कश्मीर के आतंक रोधी प्रांत तथा पूर्वोत्तर भारत के चीन से सटे हिस्स तक रहा। इन्होंने अपने कार्यकाल में कई कमांड संभाले है।
अनिल चौहान को भारतीय सेना द्वारा जम्मू कश्मीर एवं नार्थ ईस्ट में अकाउंट काउंटर मिशन का एक्सपर्ट माना जाता है। इनके कार्यों को देखकर भारत सरकार ने डायरेक्टर जनरल मिलिट्री आपरेशन (DGMO) बनाया गया। इनके इसी तरह अच्छे कार्यों के लिए इन्हें देश के तीनों सेनाओं का प्रमुख बनाया गया।
जनरल (सीडीएस) अनिल सिंह चौहान के पुरस्कार
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान जी ने जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस का भी प्रभार संभाला है। इससे पहले उन्होंने अधिकारी ने अंगोला में संयुक्त राष्ट्र मिशन के रूप में भी कार्य किया। भारतीय सेना से सेना रिटायर होने के बाद भी, इन्होंने रणनीतिक मामलों और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों में अपना सहयोग प्रदान किया है।
CDS जनरल चौहान को परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है।
जनरल अनिल सिंह चौहान का परिवार एवं पत्नी
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने अनुपमा से शादी की है जो की पेशे से कलाकार हैं इनकी एक बेटी भी है जिसका नाम प्रज्ञा चौहान है। अनिल चौहान तिब्बती कला में गहरी रुचि रखने वाले कला प्रेमी भी हैं, और इसका श्रेय वह अपनी पत्नी को देते हैं।
निष्कर्ष
आज के अपने इस पोस्ट में हमने आपको भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का जीवन परिचय | CDS Anil Chauhan Biography in Hindi और उनके द्वारा किए गए महान कार्यों की जानकारी आप तक पहुंचाई है उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा।