क्रिया क्या है | क्रिया की परिभाषा – Kriya Ke Bhed

आप सभी जानते होंगे कि सभी भाषाओं में क्रिया की एक अहम भूमिका रहती है, क्योंकि बिना क्रिया के कोई भी वाक्य पूरा नहीं होता। हिंदी भाषा में क्रिया [Kriya Ke Bhed] का अपना अलग महत्व है, वर्तमान समय में क्रिया के प्रश्न छोटी कक्षा हो या प्रतियोगी परीक्षा दोनों में ही पूछे जाते हैं।

क्रिया की परिभाषा  | Kriya Ke Bhed

आज के अपने इस लेख में हम आपको क्रिया क्या है, क्रिया के कितने प्रकार हैं क्रिया के क्या उदाहरण हैं सभी कुछ विस्तार से बताने जा रहे हैं इसलिए हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

क्रिया की परिभाषा | Kriya Ki Paribhasha

जब किसी शब्द के जरिए क्रिया के होने का बोध हो या फिर किसी काम को किया जाए उसे क्रिया कहते हैं, जैसे कि जो भी काम हम अपने दिनचर्या में करते हैं उसे क्रिया कहते हैं। उदाहरण खाना, उठना, बैठना, रोना, पीना, सोना, लिखना, चलना, पढ़ना आदि।

हिंदी व्याकरण में क्रिया के रूप में वचन, लिंग और पुरुष के अनुसार बदलते हैं। हिंदी व्याकरण में चार विकारी शब्द है संज्ञा सर्वनाम विशेषण और क्रिया, क्रिया का मतलब होता है करना और जो भी काम हम करते हैं वही क्रिया कहलाती है। क्रिया को इंग्लिश में एक्शन वर्ड कहा जाता है।

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क्रिया का इस्तेमाल करते हुए कुछ उदाहरण

  • बच्चा खाना खा रहा है। इस वाक्य में खा रहा है क्रिया दर्शाती है।
  • सूरज बाहर जा रहा है। इस वाक्य में जा रहा है क्रिया दर्शाती है।
  • आसमान में तारे चमक रहे हैं। इस वाक्य में चमक रहे है क्रिया दर्शाती है।
  • मां खाना बना रही है। इस वाक्य में बना रही है क्रिया दर्शाती है।

ऊपर बताए सभी उदाहरणों में काम करने का बोध हो रहा है, यह सभी उदाहरण क्रिया के अंदर आएंगे। इसके साथ ही काम करने वाले शब्द के आधार पर क्रिया का स्वरूप भी पता चलता है जैसे की क्रिया वर्तमान में हुई है, भविष्य काल में होने वाली है या भूतकाल में हुई है।

क्रिया शब्द किसे कहते हैं | kriya shabd kise kahate hain

जब वाक्य में कोई शब्द काम और क्रिया को सूचित करता है उसे हम क्रिया शब्द कहते हैं। उदाहरण के लिए,

  • रोहन फुटबॉल खेलता है।
  • श्याम विद्यालय जा रहा है।
  • मां बच्चे को बुला रही है।
  • टीचर ने बच्चों को गृह कार्य दिया।

धातु क्या है | Dhatu kya hai

धातु शब्द के द्वारा ही क्रिया की उत्पत्ति होती है, क्रिया के मूल रूप को ही धातु कहते हैं, मूल धातु में ना प्रत्यय को जोड़कर जो शब्द का निर्माण होता है उसे ही क्रिया कहते हैं। उदाहरण के लिए जैसे कि पढ़ना क्रिया में मूल शब्द पढ़ में ना प्रत्यय लगाकर पढ़ना शब्द बना है, अतः पढ़ना क्रिया की मूल धातु पढ़ है।

  • हंस+ना=हंसना
  • खा+ना=खाना
  • जा+ना=जाना
  • आ+ना=आना

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क्रिया के भेद | Kriya Ke Bhed

क्रिया के मुख्य रूप से तीन भेद होते हैं।

  • कर्म के आधार पर
  • काल के आधार पर
  • प्रयोग तथा संरचना के आधार पर

1. कर्म के आधार पर

कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं।

  • अकर्मक क्रिया
  • सकर्मक क्रिया

2. काल के आधार पर

काल के आधार पर क्रिया के तीन भेद होते हैं।

  • वर्तमानकालिक क्रिया
  • भूतकालिक क्रिया
  • भविष्यकालिक क्रिया

3. प्रचार तथा संरचना के आधार पर

प्रचार तथा संरचना के आधार पर क्रिया के 10 भेद होते हैं।

  • सामान्य क्रिया
  • संयुक्त क्रिया
  • सहायक क्रिया
  • सजातीय क्रिया
  • प्रेरणार्थक क्रिया
  • कृदंत क्रिया
  • पूर्वकालीन क्रिया
  • विधि क्रिया
  • नामधातु क्रिया
  • नामिक क्रिया

निष्कर्ष:- आज के इस लेख में हमने आपको क्रिया क्या है धातु क्या है क्रिया के कितने भेद हैं सभी की जानकारी दी उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। इसलिए आप इसे अपने दोस्तों के बीच जरूर शेयर करें।

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