भारतीय नौसेना हमारे देश की सीमा सुरक्षाओं के साथ समुद्री व्यापार को भी गति प्रदान करती है। जिसकी वजह से राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।

ऐसे में बीते साल 5 अप्रैल को समुद्री दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान एक कार अभियान को शुरू करने की मुहिम छेड़ी गई। जिसका मुख्य उद्देश्य देश के भीतर समुद्री व्यापार की रक्षा और उसके लिए भारतीय नौसेना का सहयोग उजागर करना है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए इस साल मार्च के महीने में सम नो वरुण: नामक एक अनूठी पहल की शुरुआत की गई। जिसका नेतृत्व भारतीय नौसेना कल्याण और कल्याण संघ द्वारा किया गया।
इस कार अभियान को सफल बनाने में मैसर्स महिंद्रा, कारपोरेशन लिमिटेड और मास्टरकार्ड इंडिया का योगदान अनुकरणीय है, और इस अभियान के तहत कई सारे आयोजन किए जाएंगे। जिनके बारे में आगे हम आपको बताएंगे।
‘सम नो वरुणः’ (Sam No Varunah) अभियान
- इस अभियान के तहत आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
- भारतीय नौसेना द्वारा अग्निपथ योजना से जुड़े करियर अवसरों के बारे में इच्छुक युवाओं को जागरूक किया जाएगा।
- भारतीय नौसेना के अधिकारियों की जीवनसंगिनी द्वारा नारी शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा।
- उपरोक्त कार अभियान के तहत युवाओं को भारतीय नौसेना में आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- भारतीय नौसेना के अधिकारी वीर नारियों के साथ संवाद स्थापित करेंगे।
- इसके साथ ही इस अभियान के तहत समुद्री विरासत और इतिहास को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
सम नो वरुण: अभियान की योजना के बारे में
26 मार्च 2023 को कोलकाता से आई एन एस नेताजी सुभाष द्वारा रैली को हरी झंडी दिखाई गयी, जोकि 19 अप्रैल 2023 को गुजरात के लखपत में पूर्ण होगी। इस दौरान करीब 75 100 किलोमीटर की दूरी तक इस रैली को आयोजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके लिए 28 मार्च 2023 को भारतीय नौसेना अग्निवीर का सबसे प्रथम बैच आई एन एस चिल्का पहुंचेगा।
इस दौरान भारतीय नौसेना के सेवारत अधिकारियों द्वारा भारतीय नौसेना में रोजगार के अवसरों की जानकारी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
इसके साथ ही सामुदायिक विकास और सशक्तिकरण की गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला जाएगा और समुद्र तट की सफाई को लेकर पर्यावरण जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। इसके साथ ही समुद्र के महत्व और समुद्री विरासत को महफूज रखने के उद्देश्य से कार अभियान से समुद्री यात्रा का अनुभव किया जाएगा।
भारतीय नौसेना कल्याण संघ द्वारा विशेष बच्चों के लिए अनाथालय में आउटरीच प्रोग्राम आयोजित कराए जाएंगे। इसके अलावा कई सारे शहरों और गांवों में भी जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
साथ ही आयोजित रैली के रास्ते में किलों, प्रकाश स्तंभ समेत समुद्र के अन्य जगहों का भी दौरा किया जाएगा, इस दौरान समुद्र के इतिहास को लेकर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
निष्कर्ष
सम नो वरुण: अभियान का मुख्य उद्देश्य समुद्री चेतना को विकसित करने और सामान्य नागरिकों में समुद्री सुरक्षा को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाने की पेशकश करना है।
जिसकी पूर्ति उपरोक्त अभियान के माध्यम से अवश्य होगी, इसी उद्देश्य के साथ भारतीय नौसेना कल्याण संघ द्वारा इस अभियान को शुरू किया गया है।